Friday, April 12, 2019



अति उतंग जलनिधि चहुँ पासा।
कनक कोट कर परम प्रकासा॥6॥
भावार्थ: वह अत्यंत ऊँचा है, उसके चारों ओर समुद्र है। सोने के परकोटे (चहारदीवारी) का परम प्रकाश हो रहा है॥

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