Omsanatan
Thursday, June 27, 2019
जब गुण
को गाहक मिले, तब गुण लाख बिकाई।जब गुण
को गाहक नहीं, तब कौड़ी बदले जाई।
अर्थ:
कबीर कहते हैं कि जब गुण को परखने वाला गाहक मिल जाता है तो गुण की कीमत होती है। पर जब ऐसा गाहक नहीं मिलता, तब गुण कौड़ी के भाव चला जा
ता है।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment