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ॐ
नमो हनुमते रुद्रावतारायविश्वरूपाय अमित विक्रमायप्रकटपराक्रमाय महाबलायसूर्य
कोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा !!
इस
विशेष मंत्र के जाप के समय कुछ विशेष बातो का ध्यान रखने की अत्यन्त आवश्यकता है
अन्यथा यह अपना प्रभाव नहीं दिखाती. नित्य दैनिक क्रिया व स्नान आदि से निर्मित होनेके बाद हनुमाज जी की पंचोपचार के साथ पूजा करनी चाहिए
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