Omsanatan
Saturday, May 18, 2019
कबीर दास जी दोहे
बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय,जो दिल
खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय।
अर्थ:
जब मैं इस संसार में बुराई खोजने चला तो मुझे कोई बुरा न मिला। जब मैंने अपने मन में झाँक कर देखा तो पाया कि मुझसे बुरा कोई नहीं है।
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