Friday, March 8, 2019

शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करने से बनेंगे बिगड़े काम

हमारे जीवन में ग्रहों का प्रभाव बहुत प्रबल माना जाता है और अगर उस पर शनि ग्रह अशांत हो जाएं तो जीवन में दुखों और कष्टों का आगमन होना शुरु हो जाता है। इसलिए हमेशा शनिवार के दिन शनि दोष से पीड़ित जातकों के लिए शनिदेव की पूजा और व्रत करना बेहद फलदायी रहता है। इस दिन सुबह-सवेरे स्नानादि करके शनिदेव की विधि विधान से पूजा-आराधना करनी चाहिए। शनिवार के दिन नियमानुसार शनिदेव की पूजा करने से विशेष रूप से फल मिलता है और व्रत करने वाले व्यक्ति पर शनिदेव की कृपा बनी रहती है। हिंदू पुराणों में शनिदेव अपने क्रोध के लिए विख्यात हैं। 



जिस पर वे कुपित हो जाते हैं, उसके दुर्दिन शुरू हो जाते हैं। संसार में हर समस्या का समाधान है, पर शनिदेव के क्रोध से पार पाने का कोई उपाय नहीं है। इस दिन व्रत करने वाले व्यक्ति को एक ही समय भोजन करना चाहिए और संध्या के समय मंदिर में शनिदेव के दर्शन करने चाहिए। व्रत के साथ-साथ शनि की साढ़े साती को दूर करने के लिए चीटियों को गुड़ आटा आदि डालना चाहिए। इस दिन 108 तुलसी के पत्तों पर राम नाम लिखकर पत्तों की माला बनाकर भगवान श्री विष्णु को चढ़ाएं। ऐसा करने से शनि के साढ़ेसाती और अन्य कष्टों से छुटकारा मिलता है। यदि आप शनिवार का व्रत न कर पाएं तो शनिवार के दिन 'ऊॅं प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः, ऊॅं शं शनिश्चराय नमः।' मंत्र का जाप अवश्य करें।

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