Saturday, March 9, 2019

सुहाग की निशानी के साथ ही सेहत का वरदान है मंगलसूत्र

हमारे हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाओं का सबसे अहम आभूषण होता है मंगलसूत्र। मंगलसूत्र को शादी का प्रतीक चिन्ह ही नहीं बल्कि सुहाग की निशानी भी माना जाता है। विवाहित महिला अपनी पूर्ण श्रद्धा से अपने पति की लंबी उम्र की कामना के साथ इसे अपने गले में धारण करती है। मंगलसूत्र सोने और काले मोती से बना होता है। काले मोती शिव को दर्शाते हैं जो बुरी नजर से बचाव करते हैं और सोना पार्वती को दर्शाता है जो पहनने वाले में तेज उर्जा का प्रवाह करती हैं।



मंगलसूत्र पहनने के कई वैज्ञानिक फायदे भी है। इससे पहनने से महिलाओं के अंदर सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। मंगलसूत्र में सोने के पेंडेंट के लगे होने का अपना महत्व है। दरअसल, शास्त्रों में कहा गया है कि स्वर्ण धारण करने से शरीर शुद्ध होता है। इसके अलावा स्नान के समय सोने का स्पर्श करके जो पानी शरीर पर गिरता है, उससे पापों से भी मुक्ति मिलती है। वहीं मंगलसूत्र में मोर का चिन्ह बना होता है, जो पति के प्रति प्रेम का प्रतीक माना गया है। कुछ अन्य चिह्न भी बने होते हैं, जो बुरी नजरों से बचाने वाले माने जाते हैं।

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